फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन द्वारा बुलाए गए राष्ट्रव्यापी विरोध के तहत तीन अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टरों ने शनिवार को लगातार दूसरे दिन आपात सेवा सहित सभी सेवाओं का बहिष्कार किया.
नई दिल्ली: दिल्ली में नीट-पीजी 2021 (NEET PG) काउंसिलिंग में देरी को लेकर फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के राष्ट्रव्यापी विरोध के तहत तीन अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टरों ने शनिवार को लगातार दूसरे दिन सेवाओं का बहिष्कार किया, इसकी वजह से मरीजों का इलाज प्रभावित हुआ. रेजिडेंट डॉक्टरों ने सेवाओं का बहिष्कार देशभर में प्रदर्शन करने के एफओआरडीए के आह्वान के तहत किया.राम मनोहर लोहिया, ( Ram Manohar Lohia) सफदरजंग (Safdarjung)और लेडी हार्डिंग अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टर शुक्रवार को सरकार पर कथित ‘ फर्जी वादा’ करने का आरोप लगा हड़ताल पर चले गए थे.
उन्होंने रेखांकित किया कि देशभर में रेजिडेंट डॉक्टरों की ‘‘भारी कमी” है और नीट स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम में (नीट-पीजी 2021) प्रवेश में आठ महीने की देरी हो चुकी है.उल्लेखनीय है कि नौ दिसंबर को रेजिडेंट डॉक्टरों ने कहा था कि वह फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन (एफओआरडीए) द्वारा बुलाई गई हड़ताल को एक सप्ताह के लिए स्थगित कर रहे हैं. उन्होंने यह घोषणा स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा अदालत से सुनवाई तेज करने का अनुरोध करने और काउंसलिंग की प्रक्रिया को गति देने के आश्वासन के बाद की थी.
हालांकि, बुधवार को एफओआरडीए ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया को पत्र लिखकर सूचित किया कि वह 17 दिसंबर से दोबारा हड़ताल शुरू कर रहा है.