मंगलवार को जैसे ही भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) और इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने आगामी वनडे वर्ल्ड कप 2023 का शेड्यूल जारी किया, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने एक बार फिर अपनी लाचारी दिखाई है। पाकिस्तान की ओर से कहा गया है कि वह वर्ल्ड कप के लिए भारत आएगा या नहीं अभी इस पर कुछ नहीं कह सकता, क्योंकि भारत आने का फैसला उसकी सरकार लेगी।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के डायरेक्टर समी उल हसन ने जियो टीवी से बात करते हुए कहा, “पीसीबी को मैच स्थलों समेत भारत के किसी भी दौरे पर आने के लिए पाकिस्तान सरकार की मंजूरी मिलना जरूरी है। हम इस मुद्दे पर हम अपनी सरकार से मार्गदर्शन ले रहे हैं। और जैसे ही वह हमें कुछ बताएंगे, तो हम इवेंट अथॉरिटी (ICC) को इसके बारे में बता देंगे।”
तलखियां किसी से छिपी नहीं हैं। पहले भी वनडे वर्ल्ड कप से पहले ही भारत ने स्पष्ट कर दिया था कि वह पाकिस्तान के खिलाफ नरेंद्र मोदी स्टेडियम में नहीं खेलना चाहता है। इसके बाद पाकिस्तान ने अहमदाबाद में बने नए स्टेडियम के नाम को लेकर यहां नहीं खेलने की बात कही थी। लेकिन बीसीसीआई और आईसीसी से उसे साफ समझा दिया था कि मैचों का स्थान तय करना मेजबान देश का अधिकार होता है और बिना किसी ठोस कारण के इसे नहीं बदला जा सकता।
इससे पहले दोनों देश एशिया कप के मुद्दे पर भी आमने-सामने थे, जब साल 2022 में टी20 वर्ल्ड कप से पहले ही भारत ने साफ कर दिया था कि वह 2023 में होने वाले एशिया कप के लिए पाकिस्तान नहीं आ सकता। इसलिए इस टूर्नामेंट को किसी तटस्थ देश में आयोजित करना चाहिए था। पाकिस्तान को इस टूर्नामेंट की मेजबानी मिली थी, लेकिन भारत के इस स्टैंड के बाद एशियन क्रिकेट काउंसिल के सदस्यों ने मामले की गंभीरता
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने ODI वर्ल्ड कप 2023 के शेड्यूल का ऐलान किया, भारत चिंतित .
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) और इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) द्वारा ODI वर्ल्ड कप 2023 का शेड्यूल जारी किया गया है, जिसे देखकर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने अपनी चिंता व्यक्त की है। भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मुद्दों पर तनातनी काफी समय से चल रही है और इस बार भी यह मुद्दा फिर से सामने आया है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के डायरेक्टर समी उल हसन ने व्यक्त किया है कि टूर्नामेंट के आयोजन पर पाकिस्तान सरकार की मंजूरी की जरूरत है और वह इस मुद्दे पर अपनी सरकार से मार्गदर्शन ले रहे हैं। जब तक पाकिस्तान सरकार का फैसला नहीं आता है, तब तक PCB ने आईसीसी को इस बात की जानकारी नहीं दी है।
पहले भी एशिया कप के मुद्दे पर भारत और पाकिस्तान के बीच विवाद उठा था, जब भारत ने स्पष्ट कर दिया था कि पाकिस्तान इस टूर्नामेंट के लिए नहीं आएगा। अब भी पाकिस्तान वर्ल्ड कप टूर्नामेंट को हाईब्रिड मॉडल पर खेलना
रहा है, जबकि भारत ने इसे मेजबान देश के रूप में आयोजित करने के लिए तैयारी की है और हाईब्रिड मॉडल पर खिलाड़ी जाएंगी। भारत के स्टैंड के चलते एशियन क्रिकेट काउंसिल ने भी इस टूर्नामेंट को हाईब्रिड मॉडल में आयोजित करने का फैसला किया है।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने पहले भी इस मुद्दे पर अपनी अस्वीकार्यता जताई थी, जब उन्होंने भारत के खिलाफ नरेंद्र मोदी स्टेडियम में नहीं खेलने की बात कही थी। हालांकि, यह फैसला तो बीसीसीआई और आईसीसी ने दिया था कि मैचों का स्थान और मेजबान देश का अधिकार होता है और इसे बिना किसी ठोस कारण के बदला नहीं जा सकता।
वनडे वर्ल्ड कप 2023 के शेड्यूल के अनुसार, पहले राउंड के मैच पाकिस्तान में आयोजित होंगे, जबकि दूसरे राउंड के सभी मैच श्रीलंका में खेले जाएंगे। यह फैसला किया गया है ताकि दूसरे राउंड के मैचों के लिए सुरक्षा और आयोजन को सुगम बनाया जा सके।
भारत-पाकिस्तान क्रिकेट संघर्ष: वनडे वर्ल्ड कप 2023 के आयोजन पर विवाद
वनडे वर्ल्ड कप 2023 के आयोजन पर भारत और पाकिस्तान के बीच एक बार फिर संघर्ष शुरू हुआ है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने वर्ल्ड कप के शेड्यूल का ऐलान करते हुए इस विषय पर विवाद खड़ा कर दिया है। भारत क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने वनडे वर्ल्ड कप का शेड्यूल जारी किया है, जिसके अनुसार पाकिस्तान को पहले राउंड के मैचों की मेजबानी मिली है, जबकि दूसरे राउंड के सभी मैच श्रीलंका में आयोजित होंगे।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के डायरेक्टर समी उल हसन ने बताया कि वह अभी तक नहीं बता सकते कि पाकिस्तान टीम वर्ल्ड कप के लिए भारत जाएगी या नहीं, क्योंकि इस फैसले का अधिकार उनकी सरकार को है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड इस मुद्दे पर अपनी सरकार से मार्गदर्शन लेने के बाद ही इसका फैसला लेगा।
क्रिकेट प्रशासकों के बीच तनाव मौजूद था। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने पहले ही इस बात का विरोध किया था कि वनडे वर्ल्ड कप के मैच अहमदाबाद के नए स्टेडियम में नहीं खेलने चाहिए, क्योंकि उन्हें वहां के स्टेडियम का नाम नरेंद्र मोदी स्टेडियम पसंद नहीं था। लेकिन BCCI और ICC ने उन्हें समझाया कि मैचों का स्थान आयोजक देश का अधिकार होता है और इसे बदला नहीं जा सकता है।
इसके बाद भी दोनों देशों के बीच आशा थी कि उन्हें वनडे वर्ल्ड कप के दौरान मिलने वाले मुकाबलों में आपसी मुकाबला देखने का मौका मिलेगा। लेकिन अब PCB ने अपनी सरकार से मार्गदर्शन लेने की बात कही है और वर्ल्ड कप के आयोजन पर विवाद कर दिया है। यह विवाद दोनों देशों के क्रिकेट संघों के बीच नए संघर्ष को बढ़ा सकता है और टूर्नामेंट की संपूर्ण आयोजन प्रक्रिया पर असर डाल सकता है।
आंकड़ों के माध्यम से व्याख्या और समझौते की आवश्यकता
बीच संघर्ष को समाधान ढूंढने के लिए प्रयास कर रहा है। एशिया क्रिकेट काउंसिल ने दोनों देशों के क्रिकेट संघों को बुलाया है और विवाद के समाधान के लिए बातचीत करने का आह्वान किया है। यहां तक कि एशिया क्रिकेट काउंसिल के अध्यक्ष ने भी दोनों देशों को आमंत्रित किया है ताकि उन्हें संघर्ष के समाधान की दिशा में साझा विचार कर सकें।
इस विवाद का मुख्य कारण है कि भारत और पाकिस्तान के बीच राजनीतिक और सुरक्षा संबंधी मसलों के कारण क्रिकेट मैचों में तनाव हो सकता है। दोनों देशों के बीच इतने विवादों के बावजूद, क्रिकेट की प्रतिष्ठा और मान्यता हर समय बनी रही है और दरअसल खेल के प्रेमियों के बीच भी एक ऐसी आकर्षक बराबरी होती है। इसलिए, एशिया क्रिकेट काउंसिल इस मुद्दे को ध्यान में रखते हुए इसे संघर्ष के बजाए समाधान की दिशा में ले जाने का प्रयास कर रहा है।
BCCI और PCB के बीच बातचीत और समझौते के माध्यम से यह मामला समाधान किया जा सकता है, लेकिन इसके लिए दोनों पक्षों के बीच समझदारी और समर्पण की आवश्यकता होगी।
वनडे वर्ल्ड कप में भारत और पाकिस्तान के मैचों का महत्वपूर्ण साझा इतिहास है, जिसकी प्रतियोगिता क्रिकेट प्रेमियों के बीच उत्साह और उत्साह बढ़ाती है। इसलिए, यह मामला केवल क्रिकेट के सीमाओं में ही सीमित नहीं होकर, उन्हें पार्थक्य संबंधित मुद्दों पर विचार करने के लिए भी एक मौका प्रदान करता है।
आशा है कि दोनों देशों के क्रिकेट संघ और सरकारी अधिकारियों के बीच वार्ता और बातचीत द्वारा इस मामले का समाधान ढूंढा जाएगा और वनडे वर्ल्ड कप 2023 में दोनों देशों के बीच खेले जाने वाले मुकाबलों को आयोजित करने का मार्ग साफ़ होगा। यह संघर्ष न केवल क्रिकेट के लिए महत्वपूर्ण है,