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योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव के आरोपों का किया जवाब: समर्थ को नहीं दोष गोसाईं | Today Latest 2023

योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव के आरोपों का किया जवाब: समर्थ को नहीं दोष गोसाईं | Today Latest 2023

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले शुक्रवार को विधानसभा में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के आरोपों का जवाब दिया। उन्होंने उनके आरोपों को मंजूरी नहीं दी और उनकी जमीनी हकीकत की जानकारी की कमी पर इशारा किया।

सीएम योगी ने तुलसीदास के दोहे को उद्धरण देकर कहा कि समर्थ को नहीं दोष गोसाईं। उन्होंने उन लोगों की ओर इशारा किया जो जन्म से चांदी के चम्मच में खाने के आदी हैं और उन्हें दलितों और गरीबों की समस्या की समझ नहीं होती।

योगी आदित्यनाथ ने किसानों की समस्या पर भी विपक्षी नेताओं को कटाक्ष किया और कहा कि उनके कार्यकाल में किसानों की आत्महत्याओं की संख्या कम थी, यदि उन्होंने किसानों की समस्या का समय पर समाधान किया होता।

उन्होंने बाढ़ और सूखे के मुद्दे पर भी बात की और कहा कि ये मुद्दे भारत की खेती और पशुपालन से जुड़े हुए हैं।

योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव की पूर्वी के मंत्री चौधरी चरण सिंह की भूमि आयात की बातों का भी उल्लेख किया और उन्हें जवाब दिया कि वह किसानों की समस्याओं को समझने में असमर्थ थे।

योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश की जनता के साथ अपने संबंध की भी बात की और कहा कि उनके लिए जनता ही परिवार है और उनके लिए जनता का वोट भी बहुत महत्वपूर्ण है।

उन्होंने अखिलेश यादव के पूर्वी के समय की सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि उनके कार्यकाल में इंसेफेलाइटिस के कारण बच्चों की मौतें हुईं थी और उनकी सरकार ने उस समय कुछ नहीं किया।

योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के खेती के विशिष्टता पर भी बात की और बताया कि प्रदेश में खेती की बड़ी भूमि है और कृषि उत्पादन का भारी हिस्सा यहाँ से होता है।

उन्होंने अपने सरकार की प्रयासों के बारे में भी बताया और कहा कि सरकार किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए कई मानवाधिकारी और आर्थिक मदद के कदम उठा रही है।

योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव के दौरान की सरकार की नकारात्मक दिशा को उजागर किया और कहा कि उनके दौरान उन्हें जनता का विश्वास नहीं था, जिसका परिणाम 2014, 2017, 2019 और 2022 के चुनावों में आया।

आखिर में, योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव को सलाह दी कि उन्हें उनके मित्र ओमप्रकाश राजभर से कुछ सीख लेनी चाहिए।

इस तरह सीएम योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव के आरोपों का जवाब देते हुए प्रदेश की विकास योजनाओं और किसानों की समस्याओं पर भी ध्यान दिलाया। उन्होंने विपक्षी नेताओं की आलोचनाओं का सख्त जवाब दिया और उनके प्रशासनिक कामकाज की प्रशंसा की।

यह स्पष्ट है कि उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ का प्रतिसाद उनके नेता विरोधी दल के आरोपों को कड़ी भाषा में और तथ्यों पर आधारित है। वह उत्तर प्रदेश की जनता के प्रति अपने प्रतिबद्धता को प्रकट करते हुए सिर सरकार के कार्यों के प्रति भी संकल्पबद्ध हैं।

योगी आदित्यनाथ द्वारा दिया गया अखिलेश यादव के आरोपों का जवाब: “समर्थ को नहीं दोष गोसाईं”

योगी आदित्यनाथ


योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में अखिलेश यादव के आरोपों का दिया जवाब: “समर्थ को नहीं दोष गोसाईं”

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को विधानसभा में अपने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के आरोपों का करारा जवाब दिया। उन्होंने अखिलेश यादव की आलोचनाओं का खंडन करते हुए कहा कि “समर्थ को नहीं दोष गोसाईं”।

तुलसीदास के दोहे को उद्धरण देते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें जन्म से चांदी के चम्मच में खाने की आदत नहीं है, और वो दलितों और गरीबों की समस्याओं की समझ नहीं सकते।

उन्होंने अखिलेश यादव की बातों का खंडन करते हुए कहा कि विपक्षी नेता ने किसानों की समस्या का ध्यान नहीं रखा होता, तो किसानों की आत्महत्याओं की संख्या उनके कार्यकाल में इतनी बढ़ती नहीं।

योगी आदित्यनाथ ने खेती की महत्वपूर्णता पर भी बताते हुए कहा कि खेती भारत की अर्थव्यवस्था का मौलिक हिस्सा है और इससे जुड़े अनेक लोगों का रोजगार है।

उन्होंने अपने प्रशासनिक कामकाज की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके प्रशासन में किसानों की समस्याओं का समाधान किया जा रहा है और उनकी सरकार ने किसानों के लिए विभिन्न मानवाधिकारी और आर्थिक मदद के कदम उठाए हैं।

अखिलेश यादव की पूर्वी के मंत्री चौधरी चरण सिंह की भूमि आयात की बातों का भी उल्लेख करते हुए उन्होंने उन्हें जवाब दिया कि उन्हें किसानों की समस्याओं की समझ नहीं थी।

योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश की जनता के प्रति अपने प्रतिबद्धता को प्रकट करते हुए कहा कि उनके लिए जनता ही परिवार है और उनके लिए जनता का वोट भी महत्वपूर्ण है।

योगी आदित्यनाथ का अखिलेश यादव के आरोपों का जवाब: “समर्थ को नहीं दोष गोसाईं”

योगी आदित्यनाथ 2

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के आरोपों का जवाब देते हुए उनकी तारीफ और कामकाज की प्रशंसा की। उन्होंने अखिलेश यादव की आलोचनाओं का खंडन करते हुए कहा कि “समर्थ को नहीं दोष गोसाईं”। उन्होंने उनके दौरान के प्रशासनिक कामकाज की तुलना में अपने कार्यकाल को सशक्त और सफल माना।

उन्होंने अखिलेश यादव के द्वारा किए गए किसानों के मुद्दों पर कार्यकाल में दिए गए उत्तरों का पुनरावलोकन किया और कहा कि उनकी सरकार ने किसानों के लिए भी अद्यतन योजनाएँ बनाई हैं। उन्होंने खेती की महत्वपूर्णता पर भी बताया कि खेती उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था के मौलिक हिस्से को दर्शाती है और इससे लाखों लोग जुड़े हैं।

योगी आदित्यनाथ ने अपने कार्यकाल में किए गए महत्वपूर्ण फैसलों का भी उल्लेख करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने गरीबों और पिछड़ों के लिए भी विभिन्न कदम उठाए हैं। उन्होंने उनके प्रशासनिक कामकाज की सफलता को दर्शाते हुए कहा कि उनके प्रशासन में किसानों की समस्याओं का समाधान तेजी से किया जा रहा है।

अखिलेश यादव की पूर्वी के मंत्री चौधरी चरण सिंह के बयानों का भी उल्लेख करते हुए उन्होंने उनके द्वारा किए गए आरोपों का खंडन किया और उन्हें उनकी सरकार के प्रति गलत आरोप लगाने का तरीका कट्टरता से खांडन किया।

इस तरह, योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में अखिलेश यादव के आरोपों का कड़ा खंडन करते हुए अपने प्रशासनिक कामकाज की प्रशंसा की और उनकी सरकार के कदमों की महत्वपूर्णता को प्रकट किया।*

योगी आदित्यनाथ का अखिलेश यादव के आरोपों पर प्रतिक्रिया: “समर्थ को नहीं दोष गोसाईं”

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के आरोपों पर कड़े शब्दों में प्रतिक्रिया दी। उन्होंने उनके आरोपों को खंडन करते हुए कहा कि “समर्थ को नहीं दोष गोसाईं”। उन्होंने उनके दौरान के प्रशासनिक कामकाज की तारीफ की और उनकी सरकार के कामों की प्रशंसा की।

उन्होंने अखिलेश यादव के द्वारा किए गए किसानों के मुद्दों पर भी ध्यान दिया और कहा कि उनकी सरकार ने उनके लिए विभिन्न मद्दों को मद्देनजर रखकर कदम उठाए हैं। वे उनके प्रशासनिक कामकाज की महत्वपूर्णता को प्रकट करते हुए कहते हैं कि उनकी सरकार ने किसानों के समस्याओं का समाधान तेजी से किया है।

उन्होंने अपने प्रशासन में किए गए कई महत्वपूर्ण कदमों का भी उल्लेख करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने गरीबों और पिछड़ों के लिए भी अद्यतन योजनाएँ बनाई हैं। उन्होंने उनके कार्यकाल में हुई महत्वपूर्ण निर्णयों की सूची भी प्रस्तुत की और उनके प्रशासनिक कुशलता की बड़ी प्रशंसा की।

अखिलेश यादव के पूर्वी के मंत्री चौधरी चरण सिंह के बयानों का भी खंडन करते हुए उन्होंने उन्हें उनकी सरकार के प्रति गलत आरोप लगाने का तरीका कट्टरता से खांडन किया।

Kartar Gurjar

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